क्रिकेट के मैदान में घास पर लगाए जाने वाले विज्ञापन कैसे बनाये जाते हैं?

हम सब अक्सर क्रिकेट मैच देखते हैं तो उसमें विज्ञापन भी देखते लेकिन कुछ विज्ञापन ऐसे होते हैं जो क्रिकेट के मैदान पर बीचो-बीच दिखाई जाते हैं जो हमें क्रिकेट के मैदान पर घास के ऊपर बने हुए दिखाई देते हैं उन्हें देखकर हमें अक्सर हमारे दिमाग में आता है यह किस चीज के बने हुए और किस तकनीक का उपयोग करके बनाए जाते हैं
यह विज्ञापन उस मैच के स्पॉन्सर के होते हैं जो कि क्रिकेट के मैदान के बीचो-बीच बने होते हैं जिन पर खिलाड़ी आराम से चलते रहते हैं फिर भी वह खराब नहीं होते है और सबसे बड़ी बात यह है की इससे क्रिकेट पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है मैच चलता रहता है उसमें कोई भी रुकावट नहीं आती है
उन्हें कुछ इस प्रकार बनाया जाता है की एक विशेष कोण से देखने पर यह 3D ऐसी तकनीक लगती है आजकल ये कंप्यूटर प्रौद्योगिकी का उपयोग करके इन्हें विज्ञापन का आकार दिया जा रहा है कुछ अच्छी तकनीक का उपयोग करके इन्हें अलग से वीडियो में सम्मिलित कर दिया जाता है और उसे इस प्रकार दिखाया जाता है यह वास्तव में क्रिकेट के मैदान पर बने हुए लगते हैं और इन्हें इस प्रकार चित्रित किया जाता है यह वास्तव में लगते हैं की इनके ऊपर खिलाड़ी चल रहे हैं पर यह वास्तविकता नहीं होती है यह एक अद्भुत तकनीक है विज्ञापन की छवि मैदान और खिलाड़ी के बीच स्तरित की होती है जो उसके ऊपर घूमते रहते हैं है |
पहले के समय में तो यह एडवरटाइजमेंट घास पर ही पेंट की जाती थी, ब्रांड के लोगो के स्टैंसिल और स्प्रे पेंट की मदद से इन्हें घास पर ही बनाया जाता था और इन्हें पेंट भी कुछ इस तरीके से किया जाता था कि कैमरे में देखने पर यह 3D मैं नजर आए
लेकिन अब पेंट की जगह कंप्यूटर टेक्नोलॉजी ने ले ली है, 3d मॉर्मिंग और कंप्यूटर ग्राफिक्स की वजह से अभी इन्हें मैच के लाइव टेलीकास्ट में ही एंबेड कर लिया जाता है और हमें लगता है कि जैसे यह घास पर ही छपे हुए हो